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गाजियाबाद के साहिबाबाद पुलिस चौकी अंतर्गत क्षेत्र में देह व्यापार का बड़ा खुलासा, 10 दिन बीत जाने के बाद भी कारोबारियों पर FIR नही?

मामला उजागर करने वाले पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ताओं का पर्स छीना, धक्का-मुक्की की।

नई दिल्ली : (शाहनवाज शेख) देश की राजधानी दिल्ली के समीप गाजियाबाद के तत्कालीन साहिबाबाद पुलिस चौकी अंतर्गत `792 दुर्गा अपार्टमेंट` में चल रहे देह व्यापार का मामला उजागर होने के बाद भी आज तक अवैध धंधों के कारोबारियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। जबकि 14 मार्च 2023 को ही दिल्ली के पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा पूर्ण रूप से इस मामले का खुलासा किया जा चुका है। दरअसल दुर्गा अपार्टमेंट में कई दिनों से देह व्यापार का कारोबार फल-फूल रहा था। बिल्डिंग में रहने वाले पारिवारिक लोगों से कई बार शिकायत मिलने के बाद दिल्ली की वरिष्ठ पत्रकार मोमना बेगम और सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशी उपाध्याय द्वारा उक्त मामले में गंभीरता लेते हुए 792 दुर्गा अपार्टमेंट का निरीक्षण किया।

इस दौरान जब पत्रकारों ने मौके पर पहुंचकर मामला संज्ञान में लिया, और कार्वरिंग की गई तो पता चला कि सूचना सत्य पाई गई, उक्त बिल्डिंग में देह व्यापार का कार्य चल रहा था। फ्लैट के अलग-अलग कमरों में अलग-अलग महिला पुरुष वेश्यावृत्ति का कार्य कर रहे थे। जिसके सबूत भी जुटाए गए हैं, यह सबूत इस बात का प्रमाण देते हैं कि वाकई में महिलाओं को वेश्यावृत्ति के कार्य में धकेला जा रहा है। जिसे देख तत्काल पत्रकार और समाज सेविका ने संबंधित पुलिस चौकी पर संपर्क करना चाहा लेकिन मौके पुलिस समय के रहते नहीं पहुंच पाई। और देह व्यापार का संचालन करने वालों ने अपने साथियों को फोन लगाकर मौके पर बुलाया जिसमें जयप्रकाश नामक व्यक्ति सहित 8- 10 अन्य व्यक्ति शामिल थे।

श्रीमती बेगम के अनुसार देह व्यापार के संचालन करने वाले संचालक द्वारा बुलाए गए लोगों ने मौके पर पहुंचते ही कवरिंग कर रहे पत्रकारों और समाजसेवियों के साथ धक्का-मुक्की एवं छीना झपटी शुरू कर दी। उन्होंने पत्रकार महिला का जेब में हाथ डाल पर्स, रुपए, मोबाईल तथा अन्य सामान भी छीना। इस दौरान पर्स में रखे जरूरी दस्तावेज भी छीन लिए गए। इस बात का विरोध करने पर महिलाओं के साथ अभद्रता की गई, जो घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। की किस तरह दो महिलाओं के साथ अभद्रता की जा रही थी तथा अपार्टमेंट में हंगामा किया गया। तथा आधा दर्जन से ज्यादा लोगों ने महिलाओं के साथ छेड़छाड़ भी की।

आपको बता दें कि मौके से कवरिंग करने आए महिला पत्रकार और समाजसेवी समय को देखकर असामाजिक तत्वों के बीच से निकल गए, परंतु उनसे लूटपाट की गई सामग्री अभी भी संचालक के साथियों के पास ही है। जिसकी शिकायत दर्ज कराने के लिए संबंधित थाने पर गए परंतु वहां पर भी कोई उचित समाधान नहीं किया गया। हैरत की बात यह भी है कि उक्त देह व्यापार के धंधे में लिप्त लोगों ने मौके पर जब अपने साथियों को बुलाया तो उन साथियों में एक पत्रकार (जय प्रकाश) भी शामिल था। जिसने मनगढ़ंत कहानी रचकर मौके पर हंगामा करवाया, महिला पत्रकार और समाज सेविका के साथ बदतमीजी की एवं देह व्यापार में लिप्त महिला और पुरुष को मौके से भगाने में सहयोग किया। और यहां तक की जय प्रकाश द्वारा वेश्यावृत्ति के धंधे में लिप्त लोगों को बचाने और व्यक्तियों को गलत साबित करने के उद्देश्य से झूठी एवं भ्रामक जानकारी भी समाचार पत्र के माध्यम से फैलाई गई। जिसके खिलाफ महिला पत्रकार और समाज सेविका ने पुलिस अधीक्षक तथा न्यायालय जाने का भी फैसला किया है। ताकि देह व्यापार को सहयोग करने वाले तथा झूठी और भ्रामक जानकारी फैलाने वाले लोगों पर भी पुलिस प्रशासन कार्यवाही करे।

उक्त घटना को घटित हुए आज 10 दिन से अधिक हो गए, लेकिन ना तो पुलिस विभाग द्वारा वेश्यावृत्ति के कारोबार में लिप्त असामाजिक तत्वों की धरपकड़ की गई और ना ही महिला पत्रकार तथा समाजसेवी का कवरिंग के दौरान लूटपाट किया गया सामान लौटाने में मदद मिली। ऐसे व्यवहार से कहीं ना कहीं संबंधित पुलिस चौकी पर पदस्थ अधिकारीयों पर भी सवालिया निशान पैदा होते है। सूत्रों के हवाले से खबर यह भी है कि उक्त गोरखधंधे में सरकारी अधिकारी और स्थानीय व्यक्तियों के मिले होने की भी समाचार प्राप्त हो रहे हैं। या फिर यूं कहा जा सकता है कि इन्हीं लोगों के संरक्षण में ही यह अवैध कारोबार फल-फूल रहा है?

उक्त मामले में जिले के पुलिस अधीक्षक ने तत्काल एसआईटी टीम गठित कर मामले की बारीकी से जांच कराने के लिए उचित दिशा निर्देश देना चाहिए, जिससे कि देह व्यापार के धंधे पर लगाम और उक्त घटना के संबंध में सच्चाई का पता लगाया जा सके। पत्रकारों के साथ हुई इस घटना की पत्रकार संघ निंदा करता है। अगर समय रहते पुलिस ने उक्त मामले में कार्यवाही नहीं की तो पत्रकारों का एक बड़ा दल देश के गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर उक्त मामले में कार्रवाई करने की अपील की करेंगे। क्योंकि पारिवारिक लोगों के बीच इस तरह के वेश्यावृत्ति के धंधे को बढ़ावा देने वाले सभी जिम्मेदार भी इसी श्रेणी में आते हैं जिन पर उचित दंडात्मक कार्रवाई की जाना चाहिए।

पुलिस विभाग के सीओ ने कहा…

जब हमने उक्त मामले की जानकारी लेने के लिए तत्कालीन शालीमार गार्डन स्थित पुलिस चौकी के सीओ से चर्चा की तो उन्होंने बताया की केस की सूचना आई थी की, किसी महिला से देह व्यापार के कार्य को अंजाम दिलाया जा रहा है। लेकिन उक्त मामले में वादी दोबारा हमारे पास नही आए। अगर ऐसा कोई मामला संज्ञान के आता है तो उसपर कार्यवाही करेंगे।

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