जिला मुख्यालय पर कांग्रेस कमेटी का “संकल्प सत्याग्रह“- महामहिम राष्ट्रपति के नाम दिया ज्ञापन

धार : (मप्र) पूरे देश में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद में सदस्यता रद्द करने के बाद जगह जगह प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। देश में नेताओं और आम जनता ने भी देश के संविधान और लोकतंत्र पर उंगलियां उठाना शुरू कर दी है। दरअसल राहुल गांधी के एक बयान पर सूरत में लगे मानहानि के दावे पर न्यायालय ने 2 वर्ष की सजा सुनाई थी, हालांकि कुछ देर बाद ही उक्त मामले में जमानत भी मिल गई थी। परंतु इस केस के कारण राहुल गांधी की संसद में सदस्यता रद्द कर दी गई। जिसके आक्रोश में देश भर में हंगामा और विरोध प्रदर्शन तथा केंद्र सरकार के खिलाफ टिप्पणियां की जा रही है।
धार जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमल किशोर पाटीदार एवं जिले के नेताओं द्वारा देश के महामहिम राष्ट्रपति महोदय द्रोपति मुर्मू के नाम लिखित पत्र भेजा गया। जिसमे उल्लेख किया है कि…
1. राहुल गाँधी भारत की ससंद में जनता द्वारा निर्वाचित सांसद होकर न सिर्फ वायनाड संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे अपितु सम्पूर्ण भारत वर्ष की आवाज बन कर संसद में अपने दायित्व का निर्वाह पूरी निष्ठा से कर रहे थे। उनकी सदस्यता को रद्द कर उन्हें अयोग्य घोषित करने वाली कार्यवाही पूरी तरह अवैधानिक पक्षपात पूर्ण और निरकुंश है।

भारत के संसदीय प्रजातन्त्र को विफल करने और तानाशाही व्यवस्था कायम करने वाले इस फासिस्टवादी नोटिफिकेशन का हम घोर विरोध दर्ज करा रहे है ।
2. उक्त आदेश में गुजरात प्रदेश के जिस न्ययालय के निर्णय द्वारा मानहानी के प्रकरण में राहुल गाँधी को दो वर्ष की दण्डआज्ञा दी गई है वह निर्णय अंतिम नही है और स्वयं न्ययालय ने अपने निर्णय को स्थगित करने और अपील करने का समय दिया है ऐसी दशा में न्यायालय के आदेश और दण्डआज्ञा स्थगित होने से प्रभावशील नहीं थी इस कारण एक अप्रभावी आदेश के क्रियान्वयन पर नोटिफिकेशन जारी नहीं किया जा सकता है। इस महत्वपूर्ण कानूनी बिंदु की अवहेलना करके राहुल गांधी की सदस्यता को रद्द किया जाना संविधान की मूल भावना के विपरीत है। यह सर्वविदित है कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय में अंतिम रूप से निमित दण्डआज्ञा के आधार पर ही किसी को दोषी माना जा सकता है। अपील के अधिकार को संविधान ने समाप्त नहीं किया है। किंतु आपकी संघीय सरकार ने उक्त अधिसूचना कानून के अधिकार के उल्लंघन में जारी की है।
3. यह सर्वविदित है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में ब्रिटिश राज के अन्याय और दमन आधारित शासन का शांतिपूर्वक विरोध करते हुए अहिंसक आंदोलन स्वतंत्रता के लिए किया जिसमें लाखों लोगों ने भाग लिया और अपने प्राणों का बलिदान किया, जेल गए लाठियां, गोलियां खाई किंतु अपनी आजादी को हासिल किया है। हम सभी कांग्रेस जन इस आजादी को कायम रखने के लिए राहुल गांधी के नेतृत्व में वर्तमान में भी संघर्षशील हैं।

आज जबकि देश में तथाकथित उद्योग संचालित करने के नाम पर बैंकों और वित्तीय संस्थानों में भारत की जनता की अमानत के हजारों करोड़ रूपया लेकर देश से बाहर ले जाया जा रहा है और आपकी नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्रीय सरकार ऐसे लोगों को भागने से रोक नहीं पा रही है। और उनसे देश की जनता की राशि वसूल भी नहीं कर पा रही है। इस स्थिति में कांग्रेस नेतृत्व मूकदर्शक नहीं रह सकता है।
इस महत्वपूर्ण प्रश्न को देश की संसद में उठाने और देश के सामने लाना हमारा मौलिक अधिकार है और हम सभी कांग्रेस जन महात्मा गांधी के आदर्श सत्य मार्ग पर किसी भी सरकार के डर से हटेंगे नहीं और प्रत्येक फासिस्ट वादी और अधिनायक वादी कार्यवाही का विरोध करते रहेंगे।

जिला अध्यक्ष कमल किशोर पाटीदार ने बताया कि हम राहुल गांधी की सदस्यता को रद्द करने वाले इस अलोकतांत्रिक आदेश का विरोध दर्ज करते हुए महामहिम जी से आग्रह करते हैं की राहुल गांधी की संसद सदस्यता को रद्द करने वाली अधिसूचना को रद्द करें और उनकी वायनाड की सदस्यता बहाल करने बाबत आदेश जारी करें। भविष्य में इस प्रकार के आदेश पारित करने के पूर्व अंतिम निर्णय तक प्रतीक्षा करने और जल्दबाजी में कोई आदेश जारी नहीं करने की नीति बनाई जाए।
इस अवसर पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष कमलकिशोर पाटीदार के साथ पूर्व सांसद एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गजेंद्रसिंह राजूखेड़ी सहित जिले के वरिष्ठ कांग्रेस पदाधिकारी उपस्थित रहे। उक्त जानकारी जिला महामंत्री जावेद खान ने दी।
