अंधेरी रातों में चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाला गिरोह धराया

मनावर : (मप्र,) पुलिस थाना अंतर्गत उमरबन चौकी क्षेत्र में हुई कई चोरी की अलग अलग घटनाओं में लिप्त बदमाशों की पुलिस ने धरपकड़ की। दिन के उजालों में रेकी कर रात के अंधेरों में चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले शातिर चोरों के गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ कर लाखों रुपए के आभूषण, फ्रीज एवं टवेरा वाहन सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया।

थाना प्रभारी नीरज कुमार बिरथरे एवं चौकी प्रभारी प्रकाश अलावा ने बताया कि उमरबन क्षेत्र में मार्च महीने में चार अलग-अलग चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले बदमाशों को पकड़ने में पुलिस को सफलता हासिल हुई है। उन्होंने बताया कि यह शातिर बदमाश टवेरा वाहन का उपयोग करते थे जिससे लोगों को इन पर शंका ना हो। साथ ही यह चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद चोरी की गई सामग्री को टवेरा में भरकर उक्त मौके से लेकर फरार हो जाते थे। इन बदमाशों ने ढाबों, दुकानों और मकानों में वारदात को अंजाम दिया, जिसमें लाखों रुपए मूल्य के चांदी के आभूषण बड़े फ्रिज आदि चोरी करना बताया। पुलिस ने बताया कि उमरबन निवासी सिराज पिता शेर मोहम्मद स्थानीय निवासी था और वह क्षेत्र में दिन के दौरान रेंकी करता था तथा जीराबाद l, तिरला और उमरबन के साथियों को जानकारी देकर रात के समय घटना को अंजाम देने का काम करते थे।

बदमाशों के कब्जे से 7 चांदी की चेन, 12 चांदी की अंगूठियां दो बड़े फ्रिज, एक छोटा फ्रिज एवं टवेरा वाहन बरामद किया। जिसकी कीमत लाखों में बताई गई है। चौकी प्रभारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज आदि प्राप्त कर आसपास के ग्रामीणों चौकीदारों व अन्य विशेष सूत्रों से पूछताछ कर अपराधियों की जानकारी जुटाई थी। जिसमें पता चला कि एक गिरोह बड़े ही शातिराना तरीके से वारदातों को अंजाम दे रहे थे।

ज्ञात हो कि मनावर थाना अंतर्गत क्षेत्र में पुलिस लगातार लूट, डकैती, हत्या , गृहभेदन जैसी घटनाओं को अंकुश लगाने के लिए सतत प्रयासरत है। ऐसे ही पुलिस चौकी उमरबन अंतर्गत एक माह में हुई 4 चोरी की घटनाओं में पुलिस ने भारत पिता जुवान सिंह कटारे, तूफान पिता शेरू, सिराज पिता शेर मोहम्मद आदि आरोपियों को पकड़कर धारा 457, 380 भादवी के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। उक्त गिरोह को पकड़ने में थाना प्रभारी नीरज बिरथरे के साथ चौकी प्रभारी उमरबन प्रकाश अलावा एवं रेलसिंह,, करमेंद्र रावत, प्रीतम, अरविंद, ललित, लखन, व सागर सिंह आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
