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बेतरतीब रखे पार्सल से बढ़ी दिक्कत, ट्रेन में सवार होने को जूझे यात्री


वाराणसी ब्यूरो
- कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या पांच पर पार्सल यान से उतारने के बाद चार घंटे तक पड़े रहे पैकेट
- छपरा-लख़नऊ एक्सप्रेस में सवार होने में जूझते रहे यात्री, चेनपुलिंग से 20 मिनट खड़ी रही ट्रेन
वाराणसी।कैंट स्टेशन के प्लेटफॉर्मों पर रखे गए पार्सल पैकेट यात्रियों की परेशानी बढ़ा रहे हैं। पार्सल यान से उतारने के बाद इन्हें घंटों तक प्लेटफॉर्मों पर ही छोड़ दिया जाता है, जिससे ट्रेनों में यात्रियों का चढ़ना-उतरना मुश्किल हो जाता है। ताजा मामला शनिवार रात का है, जब प्लेटफॉर्म संख्या पांच पर आई छपरा-लखनऊ एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 15053) में इन पैकेटों और अत्याधिक भीड़ के चलते दर्जनों यात्री सवार नहीं हो पाए। वहीं, सिग्नल होने के बाद भी चेनपुलिंग के चलते ट्रेन 20 मिनट तक खड़ी रही।
दरअसल, प्लेटफॉर्म संख्या पांच पर शनिवार रात लगभग आठ बजे पार्सल यान से पैकेट उतारे गए। इन्हें दूसरे फुट ओवरब्रिज के नीचे रखा गया। कुछ जगहों पर इतनी जगह ही बची कि एक बार में एक यात्री निकल पाए। पार्सल विभाग ने पैकेटों को दूसरी जगह शिफ्ट करने की जहमत नहीं उठाई।
इस बीच, नई दिल्ली-डिब्रूगढ़ राजधानी समेत आधा दर्जन ट्रेनें इस प्लेटफॉर्म से गुजरीं। इनके यात्रियों को ट्रेनों में सवार होने व उतरने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ी। हद तो तब हो गई जब रात 11.55 बजे छपरा-लखनऊ एक्सप्रेस पहुंची। उस समय प्लेटफॉर्म पर काफी भीड़ थी। पार्सल पैकेटों के सामने ही एसी कोच लग गए। ऐसे में कोचों में सवार होने वाले यात्रियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी। दौड़भाग में कई महिलाओं की चप्पल तक टूट गई। स्थिति अनियंत्रित होते देखकर प्लेटफॉर्म पर मौजूद जीआरपी के दो जवानों ने मोर्चा सम्भाला और यात्रियों को कोचों में सवार होने में मदद की। वहीं, ड्यूटी पर तैनात आरपीएफ के जवान दूर-दूर तक नजर नहीं आए।
दस मिनट के बाद ट्रेन का सिग्नल हो गया लेकिन किसी यात्री ने चेनपुलिंग कर दी। इससे ट्रेन 20 मिनट की देरी से रात 12.25 पर रवाना हो पाई।