बदनावर सीट पर पीसीसी चीफ कमलनाथ का दौरा, सरकार बनने पर बिजली बिल से राहत की घोषणा।

बदनावर/धार : (शाहनवाज शेख) आज धार जिले के बदनावर में पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने आमसभा को संबोधित करते हुए कई घोषणाएं की, यह आम सभा बदनावर के तिरुपति गार्डन में रखी गई थी। कमलनाथ ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार आने पर 100 यूनिट बिजली माफ की जाएगी और 200 यूनिट के लिए आधा बिल देना होगा। इस अवसर पर उन्होंने वर्तमान प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि आज प्रदेश में महंगाई, बेरोजगारी और प्रदेश पर कर्ज की जिम्मेदार भाजपा की सरकार है। उन्होंने कहा की बीजेपी राज में महंगाई आसमान पर पहुंच चुकी है और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर सबसे सामान्य के साथ जजकमजोर वर्ग के लोगों के लिए योजनाएं बनाई जाएगी। कमलनाथ ने कहा कि आज मध्यप्रदेश का नौजवान रोजगार के लिए भटक रहा है तो दूसरी ओर प्रदेश का अन्नदाता खाद, बीज और फसलों के उचित मूल्य के लिए भटक रहा है। प्रदेश में चौपट राज चल रहा है चौपट रोजगार, चौपट भर्ती व्यवस्था, चौपट शिक्षा व्यवस्था, चौपट स्वास्थ्य व्यवस्था, चौपट नर्सिंग कॉलेज, उद्योग चौपट हैं। प्रदेश में आज हर क्षेत्र में व्यवस्थाएं चौपट हैं। उन्होने कहा कि हमें गर्व है कि पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र कांग्रेस की सरकार ने बनाया था, लेकिन आज पीथमपुर की हालत देखकर बेहद दुख होता है। भाजपा सरकार ने गलत नीतियों से औद्योगिक क्षेत्रों का सत्यानाश किया हुआ है।

पीसीसी चीफ ने कहा कि पूरे मध्यप्रदेश से मांग उठ रही है इस बार विधानसभा चुनाव में स्थानीय उम्मीदवार दिया जाए, जिससे मैं काफी हद तक सहमत भी हूं, हमारा स्थानीय संगठन इसमें अहम भूमिका निभाएगा। वहीं उन्होने बीजेपी पर धर्म को राजनीतिक मुद्दा बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि धर्म हमारी आस्था का विषय है और हम धर्म का राजनीतिक दुरुपयोग नहीं करते। मैं स्वयं पंडित प्रदीप मिश्रा के कार्यक्रम में इंदौर गया था, बागेश्वर महाराज से मिलने छतरपुर गया। परंतु वह हमारे लिए राजनीतिक विषय नहीं हैं। धर्म को स्वार्थ के लिए राजनीतिक मंच पर लाने का कार्य भाजपा करती है। इसी के साथ उन्होने कहा कि ‘मुझे ईडी और सीबीआई से कतई डर नहीं लगता क्योंकि मेरा रास्ता सच्चाई का रास्ता है। 44 साल के मेरे राजनीतिक जीवन पर कोई उंगली नहीं उठा सकता। 44 साल मुझे मेरे क्षेत्र की जनता ने वोट दिया है। कोई सांसद नहीं है देश में जो इतने चुनाव जीता हो जितने मैं जीता हूं।’ कमलनाथ ने कहा कि कर्नाटक में तो 40% कमीशन हुआ करता था, परंतु मध्य प्रदेश की जनता जानती है कि यहां पर पंचायत से लेकर मंत्रालय तक भ्रष्टाचार की व्यवस्था बनी हुई है। उन्होने लोगों से सच्चाई का साथ देने का आह्वान किया और कहा कि ये मध्य प्रदेश के भविष्य का चुनाव है और इसे सही दिशा देने का काम जनता ही कर सकती है।

धार जिले में ने प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के आगमन पर कांग्रेस नेताओ ने जोरदार स्वागत सम्मान किया। इस दौरान पीसीसी चीफ भी अपने कार्यकर्ताओ से बखूबी मिले। कार्यकर्ताओ का उत्साह बढ़ाया। इस मौके पर धार जिला अध्यक्ष कमलकिशोर पाटीदार, यूवा प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया, जिला प्रभारी निर्मल मेहता, पूर्व गृहमंत्री बाला बच्चन, पूर्व सांसद गजेंद्रसिंह राजूखेड़ी, पूर्व जिलाध्यक्ष बालमुकुंद गौतम, विधायक सुरेंद्रसिंह हनी बघेल, विधायक पाचीलाल मेडा, विधायक वालसिंह मेडा, विधायक मुरली मोरवाल, कुलदीप इंडोरा, कुलदीप सिंह बुंदेला, हरिनारायण पवार, महेश पटेल अलीराजपुर, जिला महामंत्री जावेद खान, नप प्रतिनिधि डॉ जियाउल हक सहित जिले भर के हजारों कांग्रेस नेताओं, कार्यकर्ताओ तथा विधानसभा एवं जिले भर की लोकप्रिय ग्रामीण जनता का जमावाड़ा रहा। इस मौके पर कार्यक्रम का संचालन निर्मल मेहता ने किया एवं आभार ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष निरंजनपाल पवार ने माना।

कैबिनेट मंत्री दत्तीगांव को चुनौती देने के लिए कांग्रेस का उम्मीदवार?
प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्रियों की लिस्ट में राजवर्धन दत्तीगांव का एक बड़ा नाम शामिल है जो बदनावर विधानसभा और जिले तथा प्रदेश में कभी कांग्रेस के मजबूत नेता के रूप में जाने जाते थे। पिछली सरकार के गिरने और बदलाव के मौके पर दोबारा भाजपा से जीत के आने और वरिष्ठ नेता होने के नाते उन्हें कैबिनेट में जगह मिली है। अब उसी विधानसभा में दोबारा विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने वाला है, ऐसे में मंत्री दत्तीगांव को विधानसभा चुनाव हराने के लिए कांग्रेस के एक मजबूत और कार्यकर्ताओं के लोकप्रिय उम्मीदवार को ही मौका देना चाहिए। क्योंकि अक्सर टिकट के फैसले ऊपर ही ऊपर तय हो जाते हैं और जमीनी, मजबूत, खानदानी नेताओ को छोड़कर आलाकमान पार्टी के अन्य उम्मीदवारों को टिकट सौंप देती है। जो नुकसानदायक साबित हो जाता है। पिछले चुनाव में राजपूत समाज के हरिनारायण पवार, कमल पटेल, अभिषेक टिंकू बना, जैसे नामों को लिस्ट में शामिल किया गया था। इस बार चुनाव लड़ने के लिए पार्टी के उम्मीदवारों की लिस्ट भी लंबी दिखाई देने वाली है?

वैसे पार्टी द्वारा लगातार अंदरूनी और बाहरी सर्वे के कार्य भी किए जा रहे हैं, जो चुनाव लड़ कर जीत हासिल कर सकें, ऐसे व्यक्ति को ही कांग्रेस का उम्मीदवार बनाकर चुनाव लड़ने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इस बार कांग्रेस की ओर से संभावित उम्मीदवारों की लिस्ट में कई नाम सुनाई और दिखाई देते है लेकिन उन्ही नामों की लिस्ट में पूर्व जिलाध्यक्ष बालमुकुंद गौतम का नाम भी शामिल है, सूत्रों की माने तो खबर यह भी है कि बालमुकुंद गौतम को बदनावर विधानसभा चुनाव लड़ाने के उद्देश्य से जिलाध्यक्ष का भार अन्य कार्यकर्ता को सौंपा गया। और गौतम अपनी विधानसभा सीट की तैयारियों में जुटे हुए हैं। इनके अतिरिक्त युवा चेहरा सक्रीय कांग्रेस कार्यकर्ता और जेपी सिंह राठौर के पुत्र अभिषेक टिंकू बना का नाम भी सामने आता है, जिनका पिछली बदनावर उपचुनाव में प्रत्याशी के तौर पर नाम तय करने के बाद काटकर कमल पटेल के नाम पर मोहर लगाई गई। वही बखतगढ़ के हरिनारायण पवार भी प्रत्याशी के रूप में चयन प्रक्रिया के बाद जनता के बीच आ सकते है, क्योंकि विधानसभा के स्थाई वरिष्ठ नेताओं में इनका नाम भी शुमार है। फिलहाल कांग्रेस इस बार स्थानीय संगठन से चर्चा कर विधानसभा का हाल जानेगी और सही, जीतने वाले योग्य उम्मीदवार के नाम की ही घोषणा की जाएगी। कमलनाथ के साथ पूर्व गृहमंत्री बाला बच्चन और जिलाध्यक्ष कमल पटेल पाटीदार पूरे दमखम के सीट जीतने के लिए प्रयासरत है। आखिरकार मामला औद्योगिक मंत्री को हराने की रणनीति का है। जिले भर के दिग्गज नेताओं की नजर इसी सीट पर टिकी रहेगी, क्योंकि धार के अलावा बदनावर ही वो सीट है जो वर्तमान में भाजपा के कब्जे में है।
