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किसान हित मे बना भूमि अधिग्रहण कानून का पालन एवं किसानो के जमीन की वैधानिक रक्षा हेतु कचहरी स्थित संविधान निर्माता बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर की प्रतिमा के समक्ष किसानो लिया शपथ

ब्यूरो चीफ़ वाराणसी

बर्बर लाठीचार्ज एवं दमनात्मक कार्यवाई के दोषी अधिकारियो पर कठोर वैधानिक कार्रवाई हेतु तपती धूप मे खूब गरजे किसान

2 जून को बैरवन मोहनसराय मे अन्दोलन की व्यापक एवं निर्णायक रणनीति हेतु किसान महापंचायत का सर्वसम्मत से हुआ निर्णय

वाराणासी। शास्त्रीघाट वरूणापुल पर मोहनसराय ट्रान्सपोर्ट नगर योजना से प्रभावित किसानो के दमन , बर्बर लाठीचार्ज एवं किसानो के घरो का दरवाजा तोड़कर बहन बेटियो के मान सम्मान के साथ हुये घृणित एवं अमानवीय कृत्य के दोषी अधिकारियो पुलिसकर्मियो पर कठोर वैधानिक कार्रवाई एवं न्यायिक जांच की मांग पर सरकार की निष्क्रियता एवं जेल मे बंद निरीह किसानो को प्रताड़ित करने एवं जमानत के बेलबाण्ड मे जमानत के लिये लगे दस्तावेज की जांच आख्या को रोककर किसानो के प्रताड़ना की पराकाष्ठा लाघने वाली सरकार के खिलाफ आज तपती धूप मे बैठकर शासन प्रशासन के खिलाफ मोहनसराय ट्रान्सपोर्ट नगर क्षेत्र के प्रभावित किसानो के साथ कांग्रेस, सपा , अपना दल कमेरावादी , राष्ट्रीय समता दल सहित विभिन्न सामाजिक संगठनो के प्रतिनिधियो ने जमकर हल्ला बोला। संकल्प सभा के बाद किसान एवं विपक्ष के नेता पैदल मार्च करते हुये सरकार के दमनात्मक कार्यवाई के खिलाफ नारेबाजी करते हुये अम्बेडकर पार्क गये और संविधान के निर्माता बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर की आदमकद प्रतिमा के सामने मोहनसराय किसान संघर्ष समिति के मुख्य संरक्षक एवं किसान नेता विनय शंकर राय “मुन्ना” ने कृषक हित बने भूमिअधिग्रहण कानुन 1894 एवं भूमि अर्जन एवं पुनर्वास कानून 2013 का अक्षरशः पालन एवं उसकी रक्षा करने का शपथ किसानो को दिलाया, किसानो ने अपनी पुस्तैनी मातृभूमि एवं जीविकोपार्जन का एक मात्र साधन बहुफसली जमीन की रक्षा अंतिम सांस तक वैधानिक तरीके से करने का शपथ लिया।


कांग्रेस पार्टी के प्रान्तीय अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि किसानो के साथ हुये दमन के दोषियो पर जबतक अपराधिक मुकदमा दर्ज होकर कठोर वैधानिक कार्रवाई नही होगी तथा किसानो की जमीन भूमि अधि ग्रहण कानून के आधार पर निष्पक्षता से वापस नही होगी तबतक काँग्रेस किसानो की आवाज बनकर सड़क से सदन तक लडेगी , किसानो की जमीन वाराणसी के सांसद सत्ता का दुरूपयोग कर हडपकर अपने गुजराती मित्रो को मुफ्त मे देना चाहते है जिसको बनारस का अन्नदाता अब समझ गया है हमसब किसानो के न्याय मिलने तक संघर्ष करेगे। अपनादल कमेरावादी पार्टी के प्रदेश महासचिव गगन प्रकाश यादव ने कहा कि कमेरा समाज के वैधानिक अधिकारो का हनन एवं दरवाजा तोड़कर दमन की पराकाष्ठा लाघने से काशी शर्मशार हुई है।धरती के पालन हार किसान भारत की आत्मा है जिनके वैधानिक अधिकार के लिये हमलोग किसान नेता विनय शंकर राय के नेतृत्व मे दो दशको संघर्ष कर रहे है । कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता संजीव सिंह ने कहा भूमि अधिग्रहण कानून के तहत मोहनसराय ट्रान्सपोर्ट नगर योजना के निस्तारण की मांग करने वाले किसानो पर बर्बर लाठीचार्ज भाजपा के किसान विरोधी चेहरे को चरितार्थ करता है। राष्ट्रीय समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शशि प्रताप सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र मे अन्नदाता किसानो के वैधानिक हक हकूक के दमन की पराकाष्ठा प्रशासन लाघा है जो अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
किसान संकल्प सभा मे पूर्व प्रधान मोहनसराय किसान संघर्ष संचालन समिति के अध्यक्ष कृष्ण प्रसाद पटेल ने उक्त किसान अन्दोन को व्यापक बनाने के लिये 2 जून को बैरवन मे किसान महापंचायत का प्रस्ताव रखा जिसको सर्वसम्मत से पास कर दिया गया और 2 जून को बैरवन मे भारी संख्या मे पहुंचने का आह्वान किसान नेता विनय शंकर राय ” मुन्ना” ने किया। सभा का संचालन हरीश मिश्रा ने किया सभा मे प्रमुख रूप से काग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल,
अपनादल कमेरावादी पार्टी के जिलाध्यक्ष दिलीप पटेल, किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष राजेश पटेल प्रधान संथवा, कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश सिंह, सपा जिलाध्यक्ष सचिव विवेक यादव, छेदी पटेल, दी सेन्ट्रल बार बनारस के पूर्व महामंत्री कन्हैया पटेल, अधिवक्ता अशोक सिंह, अधिवक्ता मोहसिन रजा, अमलेश पटेल ने विचार व्यक्त किये एवं अम्बेडकर जी की प्रतिमा के सामने दाहिना था उठाकर जमीन रक्षा का सपथ लेने मे एवं संकल्प सभा मे प्रमुख रूप से अवधेश प्रताप, राहुल पटेल, राधा देवी, सुनीता पटेल, उर्मिला पटेल, दिनेश तिवारी बिटना देवी, शीला देवी, लालमनी पटेल, कलावती देवी ,राजपति देवी, विजयी पटेल, मेवालाल पटेल , बबलू पटेल, राम नारायण पटेल, रमेश पटेल, नीरज पटेल, प्रेम शाह, विजय पटेल, रोहित पटेल, अजय पटेल, आनंद पटेल, विजय पटेल, सुरेंद्र पटेल, महेंद्र पटेल, कल्लू पटेल, कमलेश पटेल, बहादुर पटेल एवं रामलाल पटेल सहित सैकड़ो किसान थे।

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