बैरवन – मोहनसराय मे मोहनसराय किसान संघर्ष समिति द्वारा बेमियादी धरना तीसरे दिन अनवरत जारी ।

वाराणासी ब्यूरो
101 किसान सर पर कफन बाधकर संकल्प लिये कि हम इसी कफन और इसी मिट्टी मे दफन हो जायेगे लेकिन अपनी एकमात्र जीविकोपार्जन की जमीन लूटने नही देगे।
मानीय उच्च न्यायालय के आदेश की अवमानना एवं मुख्यमंत्री के आदेश की खुलेआम अवहेलना कर रहा है वाराणसी जिलाप्रशासन
वाराणासी।मोहनसराय किसान संघर्ष समिति के तत्वावधान मे बैरवन मे अनिश्चित कालीन बेमियादी धरना अनवरत तीसरे दिन भी जारी रहा। 101 किसानो ने सर पर कफन बाधकर ये संकल्प लिया कि हम इसी कफन और अपनी इसी पुस्तैनी जमीन मे दफन हो जायेगे लेकिन जीते जी अपने जीविकोपार्जन की एक मात्र साधन बहुफसली पुस्तैनी जमीन लूटने नही देगे।
अन्नदाता को 16 मई को हुये बर्बर लाठीचार्ज , दमनात्मक कार्यवाई एवं किसानो के घरो का दरवाजा तोड़कर बहन बेटियो के साथ हुये क्रूर अमानवीय अत्याचार की दास्तान सुनीता देवी जिनके नाक को पुलिस ने कुन्दे से मार कर तोड़ दिया, जिनका खून से लथपथ चेहरा देखकर माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद ने 17 मई को स्थगन आदेश दिया, साथ ही टूटे हाथ की दास्तान जब दिल्ली से चलकर आये प्रख्यात समाजवादी नेता रघु ठाकुर जी , दिल्ली किसान अन्दोलन संचालन समिति कोर कमेटी के सदस्य राष्ट्रीय किसान नेता पूर्व विधायक सुनीलम जी , गांधी वादी नेता लालबहादुर राय जी सहित दर्जनो राजनीतिक सामाजिक संगठनो के प्रतिनिधियो को बताते हुये रोने लगी तो सबकी आखो से आशू बहने लगा।
बेमियादी धरना एवं मोहनसराय किसान अंदोलन के नेतृत्व कर्त्ता मोहनसराय किसान संघर्ष समिति के मुख्य संरक्षक किसान नेता विनय शंकर राय “मुन्ना” ने कहा कि समाचार पत्रो के माध्यम से पता चला है कि मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ जी मोहनसराय किसान अंदोलन का संग्यान लेकर वर्तमान दर से मुआवजा और किसानो पर चल रहे फर्जी मुकदमे वापस का आदेश दिये है जबकि जिला प्रशासन माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद के आदेश की खुलेआम अवमानना और मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ के आदेश का खुलेआम मजाक उडा रहा है , माननीय न्यायालय ने कहा है कि मुआवजा नही लेने वाले किसानो का मालिकाना हक बना रहेगा उनके जमीनो का बिना 6 सप्ताह मे निस्तारण किये कोई कार्रवाई नही होगी लेकिन विकास प्राधिकरण उच्च न्यायालय इलाहाबाद के आदेश की अवमानना कर आराजी नंबर 235 रामचरन एवं शारदा प्रसाद के जमीन पर आज टीनसेड से बंकर बनाने का कार्य हुआ , आराजी नंबर 247, 249 बाबू लाल और शारदा प्रसाद के खेतो की सब्जी और फूल की खेती पर बुलडोजर आज चलाया है, जो ये सिद्ध करता है कि वाराणसी जिला प्रशासन योगी आदित्य नाथ और माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद के आदेश की खुलेआम अवहेलना कर रहा है , वाराणसी जिलाप्रशासन की करतूत से स्पष्ट है कि मुख्य मंत्री का आदेश उनके लिये कुछ नही है। उच्च न्यायालय इलाहाबाद की अवमानना हेतु रीट मुआवजा नही लेने किसानो के तरफ से दाखिल का फैसला हुआ किसान संघर्ष समिति ने लिया। किसान संघर्ष समिति के मुख्य संरक्षक विनय शंकर राय “मुन्ना” ने कहा कि जिला प्रशासन माननीय मुख्यमंत्री जी और माननीय उच्च न्यायालय के खुलेआम आदेश की अवहेलना करना ये दर्शा रहा है कि इनके सामने उच्च न्यायालय और मुख्य मंत्री दोनो बौना है। बेमियादी धरना स्थल पर मोहनसराय किसान संघर्ष समिति ने फैसला लिया कि सरकार या शासन का प्रतिनिधि कल आकर समाधान नही कराये तो हम लोग बिना मुआवजा लिये किसानो के खेतो मे एक साथ हजारो किसान , राजनीतिक दल और सामाजिक संगठनो के नेतृत्वकर्ता बैठकर तपती धूप मे शान्तिपूर्वक धरना देगे और उसमे धूप और लूह से किसी के साथ अनहोनी होगी तो उसकी जिम्मेदारी जिलाप्रशासन और सरकार की होगी।
प्रख्यात समाजवादी विचारक एवं चिन्तक रघु ठाकुर ने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय ने अपने आदेश मे मालिकाना हक कायम रखने का स्पष्ट आदेश दिया है उनके खेतो की लहलहाती सब्जी और फूल की खेती रौदने वालो पर मुकदमा दर्ज कर कठोर वैधानिक कार्रवाई हो, फसल नुकसान का मुआवजा दिया जाय, माननीय उच्च न्यायालय के आदेश से स्पष्ट है कि 16 मई की दमनात्मक कार्यवाई पूर्णतया गैरकानूनी थी क्योकि माननीय उच्च न्यायालय का आदेश है कि मालिकाना हक किसानो का बना रहेगा तो जिसकी सुनवाई 17 मई को निर्धारित हुई थी तो 16 मई को गैरकानूनी तरीके से अवैध कब्जा लेने गये अधिकारियो को और उक्त अवैधानिक कब्जा का आदेश देने वाले अधिकारियो को तत्काल बर्खास्त किया जाय।
दिल्ली किसान अन्दोलन संयुक्त किसान मोर्चा को कमेटी के सदस्य सूनीलम ने कहा कि किसानो पर दमनात्मक कार्यवाई करने वाले दोषियो पर कठोर वैधानिक कार्रवाई नही हुई तथा किसानो की जमीन वैधानिक तरीके से वापस नही हुई तो संयुक्त किसान मोर्चा पुरे देश मे मोहनसराय किसान अंदोलन के समर्थन मे अन्दोलन करेगा।
राष्ट्रीय समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शशि प्रताप सिंह एवं वंदना सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र मे दर्जनो महिलाये पुलिस के दमन से लहूलुहान हो गयी , सैकड़ो किसान घायल हुये , दर्जनो किसानो के घरो का दरवाजा तोड़कर बहन बेटियो के साथ घृणित अमानवीय कुकृत्य हुआ है और बनारस का सासंद मौन है, कुम्भकरणी नीद ले रहा , भाजपा संवेदनहीनता की पराकाष्ठा लाघ गयी ।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष अवनीश यादव ने कहा कि समाजवादी छात्र सभा और प्रदेश के छात्र नेता वाराणसी के किसानो के दमन के खिलाफ लामबंद हो रहे है बहुत जल्द हम सब मोहनसराय के लिये कूच करेगे और किसानो के हक हकूक पर डाका डालने वालो को घुटने टेकवाने तक वाराणसी की सड़को पर संघर्ष करेगे।
हरीश मिश्रा ने कहा कि कृषि प्रधान देश के किसानो पर बर्बर दमनात्मक कार्यवाई करके क्या भारत विश्व खुरू बनेगा।
धरना का नेतृत्व मोहनसराय किसान संघर्ष समिति के मुख्य संरक्षक विनय शंकर राय “मुन्ना” संचालन अपनादल कमेरावादी के प्रदेश महासचिव गगन प्रकाश यादव ने किया । बेमियादी धरना को मुख्य रूप प्रख्यात समाजवादी विचारक रघु ठाकुर, दिल्ली किसान अन्दोलन के कोर कमेटी के सदस्य राष्ट्रीय किसान नेता सुनीलम, गांधीवादी लाल बहादुर राय, समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष सुजीत यादव ” लक्कड पहलवान”, दिलीप पटेल अध्यक्ष अपनादल कमेरावादी, कांगेस के प्रदेश प्रवक्ता संजीव सिंह, ग्यानू यादव, कैलाश पटेल प्रदेश सचिव आम आदमी पार्टी, एजाज अहमद, पल्लवी वर्मा,अखिलेश पाण्डेय महानगर आम आदमी पार्टी, विजय सोनकर,, छेदी पटेल, उदय पटेल, अमलेश पटेल, लाल बिहारी पटेल, लक्ष्मी नरायण यादव, प्रेम शाह , राधा देव, सुनीता पटेल, उर्मिला पटेल, दिनेश तिवारी, बिटना देवी, दिनेश पटेल,रवि सिंह पटेल,रामवचन यादव, रवि सिंह पटेल, पीयूष श्नीवास्तव , अवधेश प्रताप , राहुल पटेल, शीला देवी, लालमनी पटेल, कलावती देवी ,राजपति देवी, विजयी पटेल , बबलू पटेल, राम नारायण पटेल, रमेश पटेल, नीरज पटेल, प्रेम शाह, विजय पटेल, रोहित पटेल, अजय पटेल, आनंद पटेल, विजय पटेल, सुरेंद्र पटेल, महेंद्र पटेल, कल्लू पटेल, कमलेश पटेल, बहादुर पटेल एवं रामलाल पटेल सहित सैकड़ो किसान मार्च और धरना मे सक्रिय रूप से शामिल थे।