वाह नेताजी वाह अपने फायदे के लिए बहाने से ले ली नलकूप की चाबी सौ रुपए प्रति घंटे सिंचाई कराकर सरकार के अरमानों पे पानी फेर गरीब किसानों का मजाक उड़ा रहे नेता जी

आसिफ़ राजा ब्यूरो चीफ़
गरीब किसानों की फसलें हुई बर्बाद
किसानों ने की प्रशासनिक अधिकारियो से जल्द नलकूप चालू कराए जाने की मांग
कहावत है सैंया भए कोतवाल हमें डर काहे का
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फर्रुखाबाद। यह कहावत उस समय सच साबित हुई जब शमशाबाद नगर में स्थित राम लीला मैदान के निकट बांगर में जहा लगे सरकारी नलकूप को ठीक कराने के बहाने एक सत्ता पक्ष के नेता ने मुनाफा कमाने के चक्कर में किसानों से नलकूप की चाबी तो ले ली लेकिन चाबी लेने के बाद बो कुंभ करणी नींद सो गए।
बताया गया है जिस स्थान पर सरकारी नलकूप लगा है बही कुछ दूरी पर एक नेताजी की समर लगी है बताते हैं नलकूप के दायरे में लगभग 200 बीघा फसलें किसानों द्वारा तैयार की जाती है इस बार किसानों ने मक्का ज्वार बाजरा चरी आदि तैयार की गई थी साथ ही धान जैसी महत्वपूर्ण फसल की भी बुवाई की तैयारियां की गई थी।कोई एक सप्ताह पूर्व सरकारी नलकूप में तकनीकी खराबी हो गई थी जिसके चलते नलकूप में ताला डाल दिया गया था वही पड़ोस में ही रहने वाले एक सत्ता पक्ष के नेता जी द्वारा खराब नलकूप को ठीक कराए जाने के बहाने चाबी ले ली गई बताते है चाबी लेने के बाद नेताजी कुंभकरण की नींद सो गए फसलों के नाम पर हजारों लाखों रुपए खर्च करने वाले किसान सिंचाई के लिए तरसने लगे बताते हैं बड़ी तादाद में किसानों की फसलें बर्बाद होने लगी तो किसान नलकूप को ठीक कराए जाने के लिए चीखने चिल्लाने लगे इधर नेताजी मुनाफा बड़ाने के चक्कर में लग गए मजबूर किसानों को ₹100 प्रति घंटे बता कर समरसेबल से सिंचाई कराने लगे सिंचाई को तरस रहे गरीब किसानों का कहना था संपन्न किसान समर सेबिल के सहारे सिंचाई कर सकते हैं लेकिन गरीब किसानों के बस की बात नहीं हालाकि सरकार ने सरकारी नलकूपों की सिंचाई माफ कर दी है जिसका किसानों को फायदा हुआ लेकिन पिछले 15 दिनों पूर्व नलकूप में आई तकनीकी खराबी के कारण बंद चल रहा था बताया गया है जिन किसानों के पास खराब नलकूप की चाबी थी उन किसानों द्वारा ताला लगाया गया था मगर नेता जी द्वारा कमाई को बढ़ाने के लिए जो दांव चला गया बो कमाल का था एक तरफ बहाने से चाबी वहीं दूसरी तरफ मजबूर किसानों को ₹100 प्रति घंटे सिंचाई के लिए बाध्य करना बताते हैं किसानों ने शिकायत ऑपरेटर तथा प्रशासनिक अधिकारियों से भी की लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला फसलें सूख रही थी और सुखी फसले देख दिलों पर बिजलियां गिर रही थी किसानों का कहना था बड़ी मुसीबत उठाकर जैसे तैसे फसले तैयार की लेकिन नेता जी की बदौलत बर्बादी की कगार पर पहुंच गई बताया गया है मायूस किसानों ने जब ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि रामकिशोर राजपूत से शिकायत की तो उन्होंने नेता जी को समझा-कर चाबी तो दिला दी।और नल कूप मिस्त्री को बुलबा कर उक्त नलकूप को जल्द ठीक करने को कहा खेती किसानो को हुआ धैर्य स्थानीय किसानों में मुशीर खान मुस्तकीम प्रताप सिंह साकेत कुमार मनोज कुमार दशरथ सिंह राजीव कुमार नाजिम खान माहिर खान बेदराम हाशिम सरवर अनवर बाकर अकरम रईस अनीस रामजीत अमर सिंह प्रदीप कुमार कुलदीप आसिफ साजिद वाजिद सहित दर्जनों किसानों ने प्रशासनिक अधिकारियों से बंद पड़े नलकूप को तत्काल चालू कराए जाने की मांग की किसानों का कहना था भीषण गर्मी के दौर में जहां एक ओर आसमान से आग बरस रही है वहीं दूसरी ओर नलकूप की खराबी उनकी बर्बादी का कारण बनी हुई है