सहायक शिक्षक स्वर्गीय विनोद कुमार साधु की स्मृति में 10 वर्षों से गरीब बच्चों को पुस्तक बांटने का कार्य अनवरत जारी।

इस वर्ष भी प्रति वर्ष अनुसार किताबें और पाठ्य सामग्री बांटी गई।
मनावर : (मप्र.) शिक्षक स्वर्गीय विनोद कुमार साधु जब तक जीवित रहे उन्होंने गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया और उनको पाठ्यपुस्तक के साथ ही उनकी स्कूल की फीस भरने का प्रयास भी उनके द्वारा किया जाता रहा।आज उनकी मृत्यु उपरांत उनकी स्मृति में उनके पुत्र पानसेमल विधायक मीडिया प्रभारी मयंक साधु, लोक जन कल्याण समिति के जिला अध्यक्ष सुनील स्टार चौहान और मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ के जिला उपाध्यक्ष मनोज नामदेव लगातार गरीब बच्चों की सहायता करने के साथ ही पुस्तक वितरण करने का कार्य कर रहे हैं।
इस कार्य में मनावर के प्रतिष्ठित समाजसेवी और उद्योगपतियों के द्वारा भी लगातार सहयोग दिया जा रहा है इस विषय में श्री साधु ने अपने वक्तव्य में कहा कि मैं केवल पानी की बूंद हु और मनावर के समाजसेवी समाज सेवा का समुद्र है, जो मुझे निस्वार्थ भाव से सहयोग करते हैं और किताबें और पाठ्य सामग्री भी लाकर देते हैं। इसी के साथ अपने वक्तव्य में सुनील स्टार चौहान ने भी कहा कि जो प्रयास श्री साधु कर रहे हैं उसी प्रकार का प्रयास हर समाजसेवी और राजनेता को करना चाहिए जिससे कि समाज का कल्याण और बच्चों की शिक्षा की नींव को मजबूती प्रदान की जा सके।
इसके साथ ही पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए भी सभी लोग कार्यरत हैं और जगह जगह पर विवाह समारोह या फिर किसी के जन्म उत्सव में पौधारोपण का कार्य भी किया जा रहा है जिससे कि शिक्षा के साथ स्वास्थ्य और पर्यावरण को भी सुदृढ़ किया जा सके। इस प्रयास पर मयंक साधु और सुनील स्टार चौहान को पानसेमल विधायक सुश्री चंद्रभागा किराड़े जी के द्वारा शुभकामनाएं प्रेषित की गई एवं बच्चो में हर्ष दिखाई दिया।

कोरोना काल से लेकर लगातार समाज में सेवा का भाव
ज्ञात हो कि समाजसेवी सुनील स्टार चौहान द्वारा कोरोना काल में भी समाज के उन वर्गों के लिए सेवा भाव से कार्य किया गया जो अन्य प्रदेश में होकर अपने ग्रह ग्राम आना चाह रहे थे। गरीब वर्ग के आदिवासियों को बीमारी के प्रकोप से बचाने के लिए लगातार उन्हें सैनिटाइज और अन्य सामग्री वितरण की। इसके अतिरिक्त भी शासन-प्रशासन की जन हितैषी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया जाता है, जिससे कोई भी जरूरतमंद शासकीय योजनाओं से वंचित ना रहे।