गंगा कटरी क्षेत्र में बाढ़ की समस्याओ से जूझ रहे बाढ़ पीड़ितो को ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि ने समर्थकों के साथ लंच पैकेट वितरित किए। भोजन पाकर बाढ़ पीड़ितो के चहरों पर खुशियां झलकती नजर आई

आसिफ़ राजा ब्यूरो चीफ़
फर्रुखाबाद। गंगा घाटी क्षेत्र में आजकल भयंकर बाढ़ के हालात देखे जा रहे हैं जहां एक ओर खेत खलियानो में पानी भरा है वहीं दूसरी ओर गांव की गलियों में भी पानी देखा जा रहा है कई लोगों ने बताया उनके घरों में भी पानी भर गया है बाढ़ के चलते उन्हें घरों से बाहर पलायन करना पड़ा। पिछले 10 ,12 दिनों से बाढ़ पीड़ित ढाई घाट शमसाबाद शाहजहॉपुर मार्ग के किनारे डेरा जमा बुरा वक्त काट रहे हैं झुग्गी झोपड़ियों के सहारे वक्त गुजारने वाले लोगों के सामने तमाम समस्याएं मुंह बाए खड़ी है तमाम लोगों को आर्थिक समस्याओ के साथ खानपान की समस्याओ से जूझते हुए देखा जा रहा है ऐसे में कुछ समाजसेवी जनप्रतिनिधि मसीहा बन बुरे वक्त में दो वक्त का निवाला उपलब्ध करा रहे हैं बताते हैं गंगा कटरी क्षेत्र के ग्राम समोचीपुर चितार जहा बाढ़ पीड़ित डेरा जमा कर निवास कर रहे हैं शुक्रवार को ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि रामकिशोर राजपूत ने अपने समर्थकों के साथ बाढ़ पीड़ितो का हाल जाना समस्याएं सुनी तथा निस्तारण का आश्वासन देते हुए लोगों को लंच पैकेट उपलब्ध कराए। कहावत है।भूखे भजन न होय गोपाला जे लेओ अपनी कंठी माला यह बिल्कुल सही कहावत है जब भूख से पेट उथल-पुथल करता है तो हर किसी को लगता काश उन्हें भी भोजन मिलता। बड़ी बात यह है झोपड़ियों के सहारे वक्त गुजारने वाले लोगों के परिवार में महिलाएं छोटे-छोटे बच्चे उन्हें भी भूख से बेहाल देखा गया जिस वक्त ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि द्वारा भोजन के पैकटो का वितरण किया गया उस वक्त छोटे-छोटे मासूम बच्चे भी सामने आ गए और हाथ बड़ा भोजन के पैकेट खींचने लगे जिस पर छोटे-छोटे बच्चों को भोजन के पैकेट उपलब्ध कराएं गए फिर महिलाओं तथा पुरुषों को भोजन पाकर बाढ़ पीड़ितो ने ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि तथा समर्थकों को ता उम्र जीने की दुआएं दी
बताते हैं गंगा नदी के किनारे लगभग आधा दर्जन से भी ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में चल रहे हैं कुछ लोगों को अभी भी बाढ़ पीड़ित इलाकों में घरों के अंदर देखा जा रहा है तो तमाम लोग भविष्य के खतरों को देखते हुए पलायन कर सड़क किनारे डेरा जमा लिया है। लगभग 2 सप्ताह गुजरने के करीब है मगर गंगा में आई बाढ़ कम होने का नाम ही नहीं ले रही।