1 लाख श्रद्धालुओं के बीच निकली बंकनाथ अटल दरबार से भगवान शिव की पालकी

आकर्षण झाकियों, भक्ति गीत को देख नगर हुआ शिवमय
मनावर : (मप्र.) मनावर में श्रावण के अंतिम सोमवार को सिंघाना मार्ग स्थित बंकनाथ अटल दरबार मंदिर से शाही सवारी भक्तों द्वारा बडे ही उत्साह के साथ निकाली गई। शाही सवारी का नगर के प्रमुख मार्गो पर स्वागत किया गया। प्रतिवर्ष अनुसार शाही सवारी झांकियों एवं अखाड़ों के साथ नगर के प्रमुख मार्गो से दोपहर 4 बजे से निकाली गई।

शाही सवारी ने पूरे नगर में करीब 3 किलोमीटर का पैदल भ्रमण किया। शाही सवारी में धार-महू सांसद छतरसिंह दरबार, कांग्रेस नेता निरंजन डावर, विधायक डॉ अलावा, राधेश्याम मुवेल, पुर्व मंत्री रंजना बघेल, एसडीएम राहुल गुप्ता, एसडीओपी धीरज बब्बर, टीआई कमलेश सिंगार, तहसीलदार दिनेश सोनरतिया, नगर पालिका अध्यक्ष अजय पाटीदार, जिला पंचायत सदस्य गणेश जर्मन, पार्षद नारायण सोनी भाकचंद पाटीदार, मुकेश मुकाती, सचिन पांडे ने बाबा अटल दरबार की पालकी को कंधा देकर शाही सवारी के नगर भ्रमण की शुरुआत की।

सवारी में भजन गायक नितिन बागवान ने समा बांधा। शाही सवारी में अघोरी नृत्य, पंजाब की बैंड, अखाड़ा राजस्थान, भगवान हनुमान व भोलेनाथ, लोंग मैन, केदारनाथ झांकी, वानर सेना, उज्जैन के ढोल मंजीर, नंदी जी की झांकी, डीजे मुख्य आकर्षण रहे। ढोल तासो की धुन पर क्षेत्र के राजनेता थिरकते हुए नजर आए।

भोलेनाथ की शाही सवारी को देखने बड़ी संख्या में नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों से श्रद्धालु पहुचे जिसमे करीब 1 लाख जनसंख्या शामिल रही। शाही सवारी का भाजपा, कांग्रेस व सामाजिक संगठनों ने मंच लगाकर पुष्प वर्षा से स्वागत किया। नगर के युवा रास्ते भर ढोल, डीजे पर थिरकते रहे। शाही सवारी का कार्यक्रम देर रात तक चलेगा। गांधी चौराहे पर भाजपा, कांग्रेस के अलावा नगर पालिका, जय आदिवासी युवा शक्ति, सरकार ग्रुप, प्रेस क्लब सहित कई संगठनों ने स्वागत किया।

कार्यक्रम में बंकनाथ अटल दरबार शाही सवारी समिति के सुनील चौपड़िया, राकेश पाटीदार, मुकेश मुकाती, भागचंद पाटीदार, डॉ सुमित पाटीदार, बबलू पाटीदार, डॉ जगदीश पाटीदार, कुलदीप पाटीदार, अंकित पाटीदार, देवदास पाटीदार, राहुल पाटीदार, पंकज पाटीदार, रूपचंद पाटीदार, अनिल पाटीदार, मोतीलाल पाटीदार, मनीष पाटीदार, आशीष मुकाती, प्रेमलाल पाटीदार, रविंद्र पाटीदार, विरेंद्र पटेल, राकेश पाटीदार आदि का सहयोग रहा। सुरक्षा सुविधा की दृष्टि से पुलिस प्रशासन की कड़ी व्यवस्था रही।




