नगर वासियों की पीड़ा समझो सीएम साहब, बाईपास रिंग रोड का निर्माण कर जल्द ट्रैफिक मुक्त करें मनावर

मनावर : (मप्र.) धार जिले की मनावर तहसील में वर्तमान स्थिति में जो हालात नगर के ट्रैफिक को लेकर बने हुए हैं उसको देख यही प्रतीक होता है कि मनावर में विकास की रफ्तार बहुत धीमी है। या फिर प्रदेश सरकार मनावर विधानसभा में ध्यान देना नहीं चाहती? पुराने प्रोजेक्टों पर तो जैसे तैसे मोहर लग ही गई, लेकिन अत्यंत आवश्यक कार्यों को कैसे नजरअंदाज किया जा रहा है, यह समझ से परे है। पिछले कई अरसे से मनावर में रिंग रोड बाईपास निर्माण कार्य का प्रस्ताव सामाजिक संगठनों और नगर की लोकप्रिय जनता तथा नगरीय नेताओ द्वारा शासन प्रशासन को दिया गया, कई साहित्यकारों ने समाचार पत्रों में भी इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं आया। देखते ही देखते विधानसभा के 5 वर्ष बीत चुके हैं आगामी महीनो में पुनः चुनाव होने जा रहे हैं लेकिन इस 5 वर्षों में प्रदेश सरकार द्वारा रिंग रोड बाईपास बनाने की मंजूरी नहीं दी गई, जबकि इन पांच वर्ष में कई बार सीएम शिवराज सिंह चौहान और देश के बड़े-बड़े नेताओं का नगर आगमन हुआ। यहां तक कि मनावर के समीप 5 किलोमीटर दूर श्री श्री 108 गजानन महाराज के प्रसिद्ध आश्रम बालीपुर धाम में भी कई धार्मिक आयोजन होते हैं जिसमें सामाजिक कार्यकर्ताओं से लेकर बड़े-बड़े राजनेताओं तक का आना-जाना लगा रहता है। इसी कड़ी में बीते कुछ माह पहले बालीपुर धाम में हुए एक धार्मिक आयोजन में सीएम शिवराज सिंह द्वारा बाईपास रिंग रोड बनाने को लेकर सर्वे करने का कार्य जल्द शुरू करने की बात कही गई थी, लेकिन उस बात को भी कई महीने बीत गए आज भी नगर की जनता इस समस्या से जूझ रही है।
ज्ञात हो कि धार जिले की बड़ी तहसील मनावर में बाईपास को लेकर कई वर्षों से मांग की जा रही है क्योंकि महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान जैसे प्रदेशों में जाने के लिए मनावर मार्ग का इस्तेमाल किया जाता है। दिन प्रतिदिन यातायात बढ़ते जा रहा है, आवागमन के साधनों में बढ़ोतरी हो रही, लेकिन मनावर नगर की सड़कों का चौड़ीकरण नहीं हुआ। आज भी स्टेट हाईवे मनावर नगर के बीचो-बीच से गुजर रहा है जिसमें छोटे-बड़े और मल्टीपरपज वाहन नगर के बीच से गुजरकर एक छोर से अगले छोर जाते हैं, और इसी बीच हजारों नगर के निवासी रोजमर्रा का जीवन जी रहे हैं। बड़ी-बड़ी औद्योगिक फैक्ट्री हो या फिर एक प्रांत से अगले प्रांत जाने वाले संसाधन सभी नगर के इसी मार्ग से होकर अपना सफर तय कर रहे हैं जो की बहुत घातक है। गंभीरता से देखे जाए तो मनावर नगर की सड़क इतना यातायात झेलने योग्य नहीं है, जल्द ही नवीन रिंग रोड बाईपास का कार्य प्रारंभ हो जाना था लेकिन सत्ता की आगोश में खोई हुई सरकार को मनावर की जनता का यह दुख दिखाई ही नहीं दे रहा? अगर दिखाई देता तो बाईपास रिंग रोड का कार्य शुरू होकर पूर्ण होने को होता। मनावर के बीचो-बीच नगर का मुख्य गांधी चौराहा ट्रैफिक का हॉट स्पॉट बन गया है, जहां हर पल दुर्घटना का भय बना रहता है लोग भयभीत होकर जी रहे हैं यातायात इस चौराहे से रेंग रेंग कर गुजरता है। बावजूद इसके अभी तक नगर वासियों के हित में रिंग रोड बाईपास को लेकर कोई भी गंभीर कार्यवाही नहीं की गई।
कैसा हो नगर का रिंग रोड बाईपास
मनावर के तीन मुख्य मार्ग है जिसमे खलघाट मार्ग, बड़वानी मार्ग और धार मार्ग शामिल है, इसके अतिरिक्त कई छोटे बड़े गांव को जोड़ने वाले प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क अंतर्गत बने कई मार्ग हैं ऐसे में बाईपास का लाभ संपूर्ण क्षेत्र वासियों को मिले, जिसके मद्देनजर एक गोलाकार रिंग रोड बाईपास का निर्माण करना अत्यंत आवश्यक है। जो सभी मार्गों से होता हुआ घुमावदार हो, ताकि आगामी दिनों के भी यातायात का बढ़ता दबाव नगर पर कोई असर न डाल सके। साथ ही नगर के नागरिकों को को इस रेट जॉन वाले हॉटस्पॉट से छुटकारा मिल जाए। क्योंकि गांधी चौराहे से गुजरने वाला यातायात कई देर तक फंसा रहता है, जिसमें स्कूल बस, एम्बुलेंस, कृषि यंत्र सहित नगर के सैकड़ो और गुजरने वाले हजारों वाहन कतार में खड़े रहते हैं। करोड़ों अरबो रुपए के विकास कार्यों की घोषणा करने वाले सीएम साहब से नगर वासियों का विशेष अनुरोध है कि वह मनावर और आसपास के क्षेत्र वासियों के हित में नगर में एक रिंग रोड बाईपास का निर्माण कार्य करने की कृपा करें ताकि लोगों को इस ट्रैफिक की दलदल से छुटकारा मिल सके।
