समय का सदुपयोग व अनुशासन ही जीत का मूल मंत्र-शिव प्रसाद यादव

इन्तिजार अहमद खान 
इटावा।ज्ञानस्थली आवासीय विद्यालय करवाखेड़ा में आज छात्र-छात्राओं को बोर्ड परीक्षाओं में आने वाली विसंगतियों व उत्साह की कमी को दूर करने लिए उत्साह वर्धक संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया।जिसकी अध्यक्षता विद्यालय समिति के चैयरमेन शिवप्रसाद यादव ने की।इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य ने विद्यालय समय के अंतिम कालखंड में विद्यार्थियों को सभागार में एकत्रित किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में अध्यक्ष श्री यादव जी व प्रधानाचार्य अंशुल तिवारी ने मां सरस्वती के समक्ष वंदन कर माल्यार्पण किया तथा सभी छात्र- छात्राओं की सद्बुद्धि की प्रार्थना की।
कार्यक्रम के विषय पर अध्यक्ष जी ने प्रकाश डालते हुए कहा कि परीक्षा छात्र के भविष्य की दिशा निर्धारित करती है।परीक्षा छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती होती है,और इसमें सफलता पाने के लिए प्रेरणा की आवश्यकता होती है।हर कोई परीक्षा में अच्छा नहीं कर पाता,भले ही वह पाठ्यक्रम और असाइनमेंट्स में अच्छा प्रदर्शन करता हो।अगर यह आपके साथ भी होता है,तो अपनी पूरी मेहनत करें और अगर ग्रेड अपेक्षा से कम मिले,तो खुद को निराश न करें।याद रखें,परीक्षा में सफलता आपकी बुद्धिमत्ता का मापदंड नहीं होती है।
उन्होंने कहा कि परीक्षा इसलिए नही ली जाती कि आप उसमें कितने अंक प्राप्त करते हैं बल्कि इसलिए ली जाती है कि आप उस मुमकिन कार्य को करने में कितने सक्षम है या फिर आपकी काबिलियत क्या है?उन्होंने बताया कि उद्देश्य और दिशा के बिना प्रयास और साहस पर्याप्त नहीं हैं।कम अंक हमें हताश होने के लिए नहीं बल्कि भविष्य में बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।सफल होने के लिए आपको पहले विश्वास करना होगा कि मैं कर सकता हूँ।जीवन कभी भी परिस्थिति से असहनीय नहीं बनता,बल्कि केवल अर्थ और उद्देश्य की कमी से असहनीय बनता है।कार्यक्रम के अंत में प्रेरित करते हुए कहा कि जिस प्रकार हीरे को लगातार घिसने से उसमें और चमक आती है ठीक उसी प्रकार लगातार मेहनत करने से सफलता आपके कदम चूमती है।
कार्यक्रम में विद्यालय प्रबंधन समिति प्रमुख शिवमंगल सर, खेल विभाग प्रमुख वासिफ खान सर,वित्त विभाग प्रमुख नीरज त्रिपाठी सर व विद्यालय परिवार के सभी शिक्षकगण उपस्थित रहे।
				


